‘गो’ म्हणजे ‘गाय’ आणि मुख म्हणजे ‘तोंड’ या आसनामध्ये शरीराचा आकार गायीच्या मुखासारखा दिसतो. म्हणूनच या आसनाला गोमुखसन म्हणतात. अपचन, बद्धकोष्ठता, धातूचा रोग, मधुमेह, पाठदुखीमध्ये हे आसन अत्यंत फायदेशीर आहे. गोमुखासन करण्याचा मार्ग अगदी सोपा आहे. आपण ही आसन सहजतेने…
Surya Namaskar (Yoga) सुर्यनमस्कार, भगवान सुर्यनारायण को अष्ट अंगो से किया जानेवाला नमस्कार | यह भारतीय व्यायम पद्दती अत्यंत प्रचीन है | प्रातःकाल मे पुर्व दिशा मे मुख करके अत्यंत शांत चित्त से भगवान सुर्यनारायण की स्तुती करके सुर्यनमस्कार करने…
आसन स्थिती मे शरीर का आकार पर्वत शिखर के समान दिखाई देने के कारण ही इसे पर्वतासन कहा जाता है। पर्वतासन को वियोगासन भी कहा जाता है| क्यो की इस आसन मे योग क्रिया संयोग होती है| इस आसन का…
‘बद्ध पद्मासन’ यह पद्मासन का हि एक प्रकार है | यह आसन ध्यानप्राप्ती के लिये नहि; परंतु आरोग्य सुधारने हेतु, शरीर सामर्थ्यवान व सुदृढ करने के लिये यह आसन करते है | यह आसन कष्टसाध्य है | जो लोग नहि…
‘पद्म’ मतलब कमल | इस आसन को ‘पद्मासन’ (Padmasana) इसलिये कहा जाता है, क्यु की यह आसन करते समय शरीर को कमल जैसा आकार (Lotus Pose) प्राप्त होता है | ध्यान और जप करने के लिये ‘पद्मासन’ प्रमुख आसन है…
‘युज’ इस संस्कृत शब्दसे ‘योग’ यह शब्द रुढ हुआ है | ‘योग’ का मतलब ‘जोडना’ या ‘संयोग होना’ | आत्मा और परमात्मा इनका संयोग योगव्दाराही होता है | हमारे ऋषिमुनीयोने शरीर, मन और प्राणोकी शुद्धी और परमात्मा की प्राप्ती के…